लेखनी कहानी -18-Feb-2022 (मोबाइल का माया)
मोबाइल का माया जाल में आज हम सभी फस चुके है।
हर किसी के जीवन मे मोबाइल आज प्रथम स्थान पर है
मैं यही देखता हूं ।
मोबाइल के बिना आजकल कुछ भी नही हो सकता यह
तो बात सत्य है ।
आज मोबाइल और कम्प्यूटर का दौर है। टेक्नोलॉजी का दौर है।
पर जरा सोचो ये सब जब नही था तो भी जीवन अच्छे से
सुचारू रूप से चलता था, पर आज तो हम इन सब के बिना
दो कदम भी नही चल सकते ।
बच्चे आज मोबाइल में पढ़ाई कर रहे ऑनलाइन क्लास ...
बच्चे इसमें गेम खेल रहे ...
बड़े इसमें मीटिंग कर रहे..
ऑनलाइन ऑफिस का काम..
मोबाइल पर ही अपना पूरा समय खर्च कर रहे ये बच्चे हो या जवान
या हो बूढ़े..
आज सब मोबाइल चलाना सिख गए है। जिसे नही आता वो सीखने में लगे है।
माया--
जैसे हम इस जीवन मे आते है .जब जन्म लेते है फिर सुरु होता है माया का खेल । पिता,माता,पुत्र ,पुत्री ,बहन,भाई,मामा,मामी ,चाचा चाची, पत्नी ,पति प्यार , दुश्मनी से भरे सारे रिश्ते सिर्फ माया है।
इस सभी रिश्तों के बगैर हम जी नही सकते इस माया में हम घिरे रहते है उसी तरह ये भी मोबाइल की माया होती है।
उसी तरह ये मोबाइल एक ऐसा माया है जिसे छोड़ नही सकते उसके बगैर जिंदगी जी नही सकते ।
इसके फायदे है और नुकसान भी ।
पर नुकसान कोई देखना नही चाहता फायदे इसके हर कोई गिनाता है।
सोचने की क्षमता कम कर रहा
अपनो को मिलकर जो खुशी आनंद आता था वो ये मोबाइल के आ जाने से लोग वो मजा आनंद भूल गए है।
प्यार मोहब्बत की बात करू तो वहां भी ऐसा ही है। ऑनलाइन मिलते है मोबाइल में घण्टों बातें...
©® प्रेमयाद कुमार नवीन
Seema Priyadarshini sahay
18-Feb-2022 11:33 PM
बहुत अच्छी जानकारी।दोहे की मात्रा की जानकारी के लिए धन्यवाद
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Ali Ahmad
18-Feb-2022 05:58 PM
👌👌
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